रेंकी जागरण
का एहसास
जब डॉक्टर मिकाओ उशुई ने 21 दिन तक ध्यान किया तो 21 वे दिन उन्हें आज्ञा चक्र
में तीव्र सफेद रोशनी आती हुई दिखाई दी और धीरे-धीरे वह रोशनी इतनी बड़ी कि उनके
चारों ओर फैल गई और हजारों तरंगे इंद्रधनुष के रंगों के समान उन्हें दिखने लगी,
सूक्ष्म शारीर के चक्रों में ऊर्जा का प्रसार हुआ ओर काफी देर तक उन्होंने यह ऊर्जा
अपने अंदर महसूस की, लेकिन वो इस ऊर्जा को बर्दाश्त नहीं कर पाए और मूर्छित हो गए,
ओर जब वो जागे तो उन्हें पता चला कि कोई शक्ति उनके अंदर आ गयी हैं। उन्होंने उस
शक्ति का प्रयोग किया ओर उसे रेंकी नाम दिया।
रेंकी की 1st डिग्री में हम यही अहसास
कराने की कोशिश करते हैं। जो 21 दिन में डॉक्टर
मिकाओ उशुई को अनुभव हुआ था। वह हमारी कल्पांत रेंकी हीलिंग में पहलें दिन ही हो जाता हैं। ओर चेतना अवस्था में होता हैं। जब हम इसको जान लेते
हैं। तब इसका प्रयोग करना आसान हो जाता हैं। और हम प्रथम दिन से ही अपना उपचार
शुरु कर देते हैं। ओर आप जब 21 से 40 दिन
तक लगातार इसका अभ्यास करते हैं। तो यह ऊर्जा इतनी बढ़ जाती हैं। कि आप अब इसका
प्रयोग दूसरों के लिए भी करने को तैयार हो सकते हैं और तब फिर 2nd डिग्री लेने कि
इजाजत दी जाती हैं। जिससें आप अपनी सुरक्षा कर सकें और दूसरे को रोगमुक्त कर सकें,
रेंकी बॉक्स के द्वारा रिलेशनशिप को सुधारना अपनी इच्छाओं की पूर्ति करना आदि
बताया जाता हैं।
Kalpant Healing Center
Dr J.P Verma (Swami Jagteswer Anand
Ji)
(Md-Acu, BPT, C.Y.Ed, Reiki Grand
Master, NDDY & Md Spiritual Healing)
Physiotherapy, Acupressure, Naturopathy, Yoga, Pranayam, Meditation, Reiki, Spiritual & Cosmic Healing, (Treatment & Training Center)
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